वृक्ष रुप में हमारे भौतिक जगत की जड़ें ऊपर की ओर और शाखाएं नीचे की ओर हैं, जो कि आध्यात्मिक जगत का प्रतिबिंब है। छाया में कोई पदार्थ नहीं है, लेकिन कम से कम यह जानने का अवसर जरुर है कि पदार्थ और वास्तविकता मौजूद हैं। …परम द्विज

(Based on the live discourse of Param Dwij)
(परम द्विज के प्रवचन पर आधारित)