हमारे सम्बन्धों सहित सांसारिक वस्तुओं से हमारा मोह ही हमारे दुखों का मूल कारण है। इसलिए हमें सबसे पहले “मैं” के अहंकार को छोड़ कर दाता को समर्पित होना चाहिए। … परम द्विज

(Based on the live discourse of Param Dwij)
(परम द्विज के प्रवचन पर आधारित)