हम अपने शरीर से नहीं अपितु अपने दिमाग से कार्य करते हैं। यदि मन दाता से जुड़ा हुआ है, तो हमारे शरीर द्वारा किये गये कार्य वही रहते हैं, कम से कम सतही तौर पर ही सही। लेकिन चेतना बदल जाने के कारण उन कर्मों के प्रभाव बदल जाते हैं। …परम द्विज

(Based on the live discourse of Param Dwij)
(परम द्विज के प्रवचन पर आधारित)